Monday, March 28, 2011

सेक्स से जुड़े आश्चर्यजनक तथ्य

सेक्स को हमेशा से इंसान एक खास संवेदना के रूप में देखता है। गौर करें तो किसी भी व्यक्ति के जीवन की खुशियां बहुत कुछ उसकी सेक्स लाइफ पर ही निर्भर होती हैं। मगर जीवन का इतना अहम हिस्सा होने के बावजूद इंसान की यह संवेदना हमेशा एक रहस्य का आवरण लिए रहती है।

प्राचीन कहावतों पर यकीन करें तो सेक्स को कोई अपने जीवन काल में भी पूरा नहीं समझ सकता, क्योंकि वह ब्रह्मांड की तरह विस्तृत, गहरा और असीम है। प्रत्येक व्यक्ति का यौन अनुभव दूसरे किसी से अलग हो सकता है। आइए हम आपको सेक्स से जुड़े कुछ आश्चर्यजनक तथ्य बताते हैं, उम्मीद है कि यह आपके लिए दिसचस्प होगा।

इंसान और डाल्फिन, विश्व की दो ऐसी प्रजातियां हैं जो अपने आनंद के लिए सेक्स का सहारा लेती हैं।

यदि पूरी दुनिया भर में हो रही सेक्सुअल गतिविधियों पर नजर डाली जाए तो यह एक दिन में करीब 100 मिलियन बैठती है।

पुरुष औसतन प्रत्येक सात सेकेंड में एक बार सेक्स के बारे में सोचते हैं।

अमेरिका मे हुए एक शोध से पता चला है कि बीते तीन दशकों में वहां के एक औसत पुरुष की शुक्राणु संख्या में करीब तीस प्रतिशत की गिरावट आई है।

यौन क्रिया के दौरान महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को कहीं ज्यादा पसीना आता है। स्त्रियां की शारीरिक संरचना में बदन से निकलने वाले पानी को नियंत्रित करने की क्षमता होती है।

मानव शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा त्वचा है। एक औसत वयस्क के शरीर में इसका वजन छह पाउंड होता है।

आज धड़ल्ले से इस्तेमाल होने वाला कंडोम सन 1500 में ही अस्तित्व में आ गया था।

कंडोम का सबसे दिलचस्प इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान देखने में आया था। उस वक्त सिपाही अपनी राइफलों की नली को इससे ढका करते थे क्योंकि भीतर खारा पानी जाने से वह खराब हो जाती थीं।

यौन क्रिया काफी खर्चीली भी है। इस तरह कि एक औसत महिला पूरी तरह से उत्तेजित होकर सेक्स क्रिया करने के दौरान 70 से 120 कैलोरी प्रति घंटे की दर से खर्च करती है और एक पुरुष 77 से 155 कैलोरी।

शायद आपके लिए यह जानना दिलचस्प हो कि चुंबन से दंतक्षय की दर को कम किया जा सकता है। क्योंकि अतिरिक्त लार से मुंह साफ रखने में मदद मिलती है। एक मिनट के लिए लिया गया चुंबन शरीर की 26 कैलोरी जला सकता है।

किसी व्यक्ति के पूरे जीवन में चुंबन के लिए खर्च किए जाने वाले समय को जोड़ा जाए...तो यह 336 घंटे या 20.160 मिनटों के बराबर बैठता है। यानी कि पूरे जीवन में कुल 14 दिन।

सिर्फ नपुंसकता 26 अमेरिकी राज्यों में तलाक के लिए बड़ा आधार है।

महिलाओं के लिए संभोग एक कारगर दर्द निवारक है। क्योंकि संभोग के दौरान शरीर में एंडोमार्फीन का स्राव होता है, जो कि एक शकितशाली दर्द निवारक माना जाता है।

मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि पश्चिमी समाज में पैर यौन आकर्षण का सबसे प्रमुख केंद्र हैं।

सेक्स में सक्रिय व्यक्ति की दाढ़ी उसकी निष्क्रिय अवस्था में रहने की तुलना में कही ज्यादा तेजी से बढ़ती है।

एक स्वस्थ मनुष्य संभोग के दौरान करीब पांच मिलीलीटर वीर्य स्खलित करता है, जिसमें तीस करोड़ से पचास करोड़ तक शुक्राणु मौजूद होते हैं।

280 लाख करोड़ का सवाल है ...

280 लाख करोड़ का सवाल है ...
इंडिया भ्रस्ट्राचार सूचि में ८७, भारतीय गरीब है??????????????
"We are responsible for what we are, and whatever we wish ourselves to be, we have the power to make ourselves. If what we are now has been the result of our own past actions, it certainly follows that whatever we wish to be in future can be produced by our present actions; so we have to know how to act. "
लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा"*
ये कहना है स्विस बैंक केडाइरेक्टर का.
स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280
लाख करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है.
ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है.
या
यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है.
या
यूँ भी कह सकते है
कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है.
ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है.
ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60
साल तक ख़त्म ना हो.
यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है. जरा सोचिये ...
हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2011 तक जारी है.
इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है.
अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा.
मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है.
एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है.
यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा
करवाई गई है.
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है. सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ
है.
हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है.हाल ही में हुवे घोटालों का आप सभी को पता ही है -
CWG घोटाला, २ जी स्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श होउसिंग घोटाला ... और ना जाने कौन कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है ........
आप लोग जोक्स फॉरवर्ड करते ही हो. इसे भी इतना फॉरवर्ड करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... और एक आन्दोलन बन जाये ...

*
280 **लाख** **करोड़** **का** **सवाल** **है** ...*
*भारतीय** **गरीब** **है** *
*लेकिन** **भारत** **देश** **कभी** **गरीब** **नहीं ** **रहा**"* **ये** **कहना** **है**
**स्विस** **बैंक** **के*
*डाइरेक्टर** **का**. **स्विस** **बैंक** **के** **डाइरेक्टर** **ने** **यह** *भी** **कहा** **है** **कि**
**भारत** **का** **लगभग** 280**लाख** **करोड़** **रुपये** **उनके** **स्विस** **बैंक** **में** **जमा** **है*
*. **ये** **रकम*
*इतनी** **है** **कि** **भारत** **का** **आने** **वाले** 30 **सालों** **का** **बजट** **बिना** **टैक्स** **के** **बनाया** **जा** **सकता** **है**.*
*या** **यूँ** **कहें** **कि** 60 **करोड़** **रोजगार** **के** **अवसर** **दिए*
* **जा** **सकते** **है**. **या** **यूँ** **भी** **कह** **सकते** **है*
*कि** **भारत** **के** **किसी** **भी** **गाँव** **से** **दिल्ली** **तक** 4 **लेन** **रोड** **बनाया** **जा** **सकता** **है**. **ऐसा** **भी** **कह**सकते** **है** **कि** 500 **से** **ज्यादा** **सामाजिक** **प्रोजेक्ट** **
पूर्ण** **किये** **जा** **सकते** **है**. **ये** **रकम**इतनी** **ज्यादा** **है** **कि** **अगर** **हर** **भारतीय** **को** 2000 **
रुपये** **हर** **महीने** **भी** **दिए** **जाये** **तो** 60**साल** **तक** **ख़त्म** **ना***



एक आम आदमी जाने कितनी मेहनत से पैसे कमा कर टेक्स पे करता हे पर हमारे देश के घोटालेबाज नेता उस टेक्स का दुरूपयोग करके सिर्फ अपनी जेब भरते हे.
देश की जनता से टेक्स उसे मुलभुत सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए लिया जाता हे पर वाही मुलभुत सुविधा पाने के लिए हमें एक बार फिर रिश्वत देनी पड़ती हे.
एक आम आदमी को सड़क पानी और बिजली जेसी मुलभुत सुविधाओ के लिए तरसना पड़ता हे.
हम टेक्स पे करते हे सड़क के लिए पर उसी सड़क पर चलने के लिए हमें फिर अलग से टोल टेक्स देना पड़ता हे क्योँ. ..? इससे तो अच्छा हे क्यों न सभी सुविधाओ
का निजीकारन कर दिया जाये और टेक्स बंद कर दिया जाये . 1700 हजार करोड का स्पेक्ट्रुम घोंटाला ,५०० करोड़ रस का कामन वेल्थ घोंटाला,और जाने कितने .? कभी कभी ऐसा नहीं लगता हर जगह सिर्फ आम आदमी ठगा जारहा हे. आज आम आदमी को जगाने की जरुरत हे .जरुरत हे मिस्र जेसी एक क्रांति की .
बेलगाम ब्रहशटाचार रिश्वतखोर होता नेता और अफसर बड़ती महंगाई आखिर कब तक कब जागेगे हम या इंतजार हे हमें और इससे भी बड़े कुछ घोंटाले
का इंतजार कर रहे हे हम . क्यों न हम सब मिल कर एक क्रांति का आगाज करे .

आपके शरीर की कुछ ऐसी बाते जिसके बारे में आपको कम पता होगा

आज मैं आपको बताने जा रहा हू शरीर से जुडी ऐसी बाते जिसके बारे में शायद आप कम ही जानते हो

1.छींकते वक्त व्यक्ति की आंखे अवश्य ही बन्द होगी।
2.जीवन भर में 25 करोड़ बार आंखे झपकाते है।
3.24 घण्टे मे हम २२,999 बार सांस लेते है।
4.मनुष्यो को उंगलियो की छाप से पहचाना जा सकता है, उसी प्रकार जानवरो को उनकी नाक की छाप से
5.मनुष्य के शरीर मे इतना फास्फोरस होता है कि माचिस की 4 डिबियां बनाई जा सकती है।
6.क्रोध के लिए चेहरे की 43 मांसपेशिया सक्रिय होती है मुस्कराने के लिए 17 मांसपेशियां अर्थात क्रोध करने से मनुष्य की अधिक उर्जा व्यय होती है मुस्कराने से कम।
7.मनुष्य का दायां पैर बाएं की अपेक्षा कुछ अधिक लम्बा होता है
8.शरीर का सबसे सखत पदार्थ इनेमल होता है जो दांत की उपर परत पर चड़ा रहता है।
9.यदि आकाश में बादल छाये हों और हम खुले मे बैठें तो भी हमारी त्वचा काली पड सकता है क्योकि बादलो के कारण धूप तो हम तक नही पहुंचेगी किन्तु सूर्य की 80% घातक पराबैंगनी किरणें आर पार निकलकर हम तक पहुंच सकता है।

Sunday, March 27, 2011

32 bit और 64 bit कंप्यूटर में अंतर

32 bit और 64 bit विन्दोव्स में क्या अंतर है. जो सबसे बड़ा अंतर है वो है RAM का. 32 bit में maximum RAM का लिमिट है - 4 GB का जबकि 64 bit में आप maximum usable RAM लिमिट है - 8Tb (128 GB , 64 bit Vista में , और 192GB , विन्दोव्स 7 में). लेकिन यही एक अंतर नहीं जिसे ध्यान में रखना चाहिए नया PC लेते वक़्त. इसके अलावा भी बहुत सारी चीजे ध्यान में रखनी चाहिए. यहाँ में मैं लगभग उन सारी बातो पर रोशनी डालूँगा जो आपको पूरी आईडिया बताएगी की दोनों में क्या क्या अंतर होता है.

१. Basic : एक और जो सबसे बड़ा अंतर होता है वो है सिस्टम का - “Addressable Space”. कभी सोचा है की क्यों 32 bit में maximum RAM का लिमिट है - 4 GB का जबकि 64 bit में आप maximum उसबले RAM लिमिट है - 8Tb . आखिर इसका कारन क्या है. और वो होता है - “Addressable Space” के चलते. हर सिस्टम को एक लिमिटेड “Addressable Space” दिया जाता है जो पूरी तरह उसके hardware पर depend होता है. जितना ज्यादा आपके सिस्टम में hardware होगा उतना ही “Addressable Space” alloted होगा.

अब RAM को बाकि बचा हुआ मिलेगा. यही कारन है की 32 Bit के सिस्टम में 4 GB का RAM डालने के वावजूद 3.52 GB RAM ही दिखता है.

आजकल के ज्यादातर सॉफ्टवेर 32 bit के लिए ही बने होते है. इसका मतलब है की यहाँ पर एक बहुत ही ज्यादा पर्फोर्मांस बढ़ने की संभावना नहीं है अगर आप 32 से 64 बीत पर स्विच करते है.

२. Operating system :

32 Bit OS
एक 32 bit के OS केवल 4 GB RAM को support कर सकता है. अब “Addressable Space” के चलते इसको 3 .52 GB ही RAM मिल रहा है. अब फिर से “Addressable Space” प्रोग्राम पर भी apply होता है. जिससे की वह किसी एक प्रोग्राम को एक लिमिट से ज्यादा RAM allot नहीं कर सकता. मतलब जैसे की 32 bit Photoshop को वह 2 GB राम से ज्यादा access करने नहीं दे सकता. इस तरह 3 .52 GB RAM होते हुए भी आप केवल 32 bit Photoshop में 2 GB RAM का ही यूज़ कर सकते है. एक 32 बीत सिस्टम को चलने के लिए कम memory requirement की जरुरत होती है जबकि 64 bit को चलाने के लिए ज्यादा memory requirement होती है. जैसे की 32 bit Windows 7 को मिनिमम 1 GB.

64 Bit OS
एक ६४ Bit OS का “Addressable Space” 8Tb RAM (128 GB , 64 bit Vista में , और 192GB , विन्दोव्स 7 में) का होता है. जबकि 32 Bit में ये लिमिट 2 GB का होता है. इसका मतलब ये OS किसी प्रोसेस को चलाने के लिए 8Tb RAM (128 GB , 64 bit Vista में , और 192GB , विन्दोव्स 7 में) तक allot कर सकता है. हालाँकि यह मेरा जाती मानना है की 2 GB RAM किसी प्रोसेस को चलाने के लिए काफी है. यहाँ पर एक और बात की 32 Bit का ड्राईवर बहुत आसानी से मिल जाता है जबकि 64 बीत थोडा मुश्किल से.

३. अन्य : कुछ लोगो का मानना है की एक बहुत बड़ा मुद्दा है - Non-compatibility का. 64 bit and 32 bit के प्रोग्राम एक दुसरे के साथ compatible नहीं हो सकते यानि नहीं चल सकते. लेकिन ये बात बेवजह है. Microsoft अपने OS को Hybrid architecture (Windows In Windows, or WoW) के साथ लिखती है जिसपर 64 bit and 32 bit दोनों के प्रोग्राम आसानी से चल सकते है. इसलिए आपको घबराने की जरुरत नहीं है की अगर आप 64 bit का PC लेते है तो उसपर 32 bit का प्रोग्राम चलेगा की नहीं. लेकिन फिर सिस्टम पर्फोर्मांस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. क्युकी ज्यादातर प्रोग्राम अभी 32 बीत पर लिखे गए है और उन्हें 2 GB से ज्यादा RAM नहीं चाहिए.

फायदे 64 बीत PC लेने के:
जो प्रोग्राम 64 बीत पर लिखे गए है वो बेहतर पर्फोर्मांस देते है 32 bit के मुकाबले (जैसे की 64 bit Photoshop). क्युकी इसमे ज्यादा RAM allocate होता है.
ज्यादा RAM का आप्शन होता है.
ज्यादा “Addressable Space” होता है.

घाटे 64 बीत PC लेने के:
बहुत सरे प्रोग्राम अभी भी 32 बीत पर बनाते है.
32 bit का प्रोग्राम होने के चलते उन्हें minimum 2 GB RAM ही चाहिए होता है. अतः ज्यादा RAM बाधा के भी कोई फायदा नहीं.
चलने के लिए bit processor की जरुरत होती है.
ड्राईवर खोजना अभी भी मुश्किल काम.

सारांश: अंत में मैं यही कहूँगा की अगर आप future को देख कर चल रहे है तो 64 bit ज्यादा अच्छा है. main पिछले २ साल से 64 बीत यूज़ कर रहा हु और हां मुझे बहुत सारी प्रॉब्लम आती है लेकिन फिर भी ये अच्छा है. लेकिन अगर आप 4 GB से निचे का RAM वाला PC लेना चाहते है तो अच्छा है की 32 bit ले.

मैं आशा करता हु की मेरे द्वारा दी गयी जानकारिया आपको लैपटॉप खरीदने में मदद करेंगी.

नोट: Windows 7 retail edition २ DVD पैक में आ रही है - एक 32 bit और dusara 64 bit .अआप जिसमे चाहे उसमे इन्स्टाल कर लेकिन key एक के लिए ही valid है.
aaj के time के हिसाब se ६४ bit ही लेना चाहिए क्योंकि ६२ bit processor पर आप ३२ bit ओपेरातिंग सिस्टम इन्स्टाल कर सकते है ! इसीलिए बिंदास होकर ६४ bit मशीन खरीदिये ! फिर चाहे उस पर ३२ bit या ६४ bit operating system उसे करें !

मोबाइल से इन्टरनेट कैसे करें?

आजकल बाजार में कई फोन आये हैं, जिनके द्वारा आप अपने कंप्यूटर पर भी इन्टरनेट कर सकते हैं. आपकी आवश्यकता के अनुसार मोबाइल बाज़ार में कई मॉडल उपलब्ध हैं, जिनसे आप चुनाव कर सकते हैं.

उदाहरण के तौर पे, आप नोकीया का माध्यम वर्गीय कोई भी सेट ले सकते हैं, जैसे 3110c. या आप चाहें तो नोकीया का 2600c ले सकते हैं, यानी की आवश्यकता के अनुसार आपको हैंडसेट मिल जायेंगे.

सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर से अपने मोबाइल के संपर्क सूत्र को स्थापित करना है. यह एक ड्राइवर कहलाता है और इसे कंप्यूटर में इंस्टाल किया जाता है. इसको इंस्टाल करने के बाद ही आपका कंप्यूटर तार द्वारा मोबाइल से संपर्क बनाये जाने पर जानकारी का आदान प्रदान कर सकता है.

यह ड्राईवर पीसी सूट कहे जाने वाले एक सॉफ्टवेर प्रोग्राम का हिस्सा होता है, जो किए आपके फोन कंपनी द्वारा दिया जाता है. अगर आपको यह नहीं मिला है, तो आप कंपनी की वेबसाइट से उक्त सॉफ्टवेर को लोड कर सकते हैं.


सॉफ्टवेर की पहचान करने के बाद, आप उसे कंप्यूटर पर इंस्टाल करें. इसके बाद पीसी सूट आपसे नया फोन कंप्यूटर पर लगाने को कहेगा. आप विकल्प में Next पर क्लिक करें, इसके बाद आपको फोन को तार या ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़ने का प्रश्न किया जायेगा. आप अपने फोन तथा अपने हिसाब से उक्त आप्शन को क्लिक करें. सॉफ्टवेर आपका फोन जांचे इसके लिए अब अपना फोन कंप्यूटर पर यूएसबी तार के माध्यम से या फिर ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़दें.

आप देखेंगे की किस प्रकार आपके कंप्यूटर पर सारे ड्राईवर एक के बाद एक इंस्टाल हो रहे हैं. आप मोडेम भी इंस्टाल होते हुए देख सकेंगे, और अंततः आपका फोन पूर्ण रूप से इंस्टाल हो जायेगा.जिसकी पुष्टि स्वयं आपका कंप्यूटर करदेगा.

अब आप मोबाइल फोन को किसी स्थान पर रखकर इन्टरनेट की सुविधा लेने के लिए तैयार हो जायें. आप इन्टरनेट या दुनिया के आकार जैसे बने एक चित्र पर क्लिक करें, यह इन्टरनेट से जुड़ने का माध्यम आप्शन है. इन्टरनेट से जुड़ने से पहले आपको इन्टरनेट की सेटिंग्स दर्ज करानी आवश्यक हैं.

आप configuration में क्लिक करें, जहां से आपको इन्टरनेट सेटिंग्स की एक विशाल श्रेणी दिखेगी. बस आप अपने मोबाइल सर्विस ऑपरेटर का चुनाव करके ओके करें., और आपका इन्टरनेट तैयार है.

लेकिन इन्टरनेट की दुनिया में "विचरने" से पहले आप यह जान लीजिए, की फोन द्वारा इन्टरनेट साधारणतः काफी महंगा होता है. इसको सस्ता करने के लिए आपको अपने कस्टमर केयर से वार्तालाप करनी चाहिए. और एक "अच्छे प्लान" के निर्धारण के पश्चात आप इन्टरनेट सर्फ़ करें.

फोन से इन्टरनेट काफी हलकी गति से होता है. यह गति आपके नेटवर्क प्रोवाइडर पर निश्चित है. आपके सिम कंपनी और आपके मोबाइल दोनों का संचार माध्यम edge या 3G होना चाहिए.

आपके कंप्यूटर पर हल्का ब्राउसर जैसे फायरफोक्स या गूगल क्रोम होने चाहिए. अगर आप उपरोक्त विधि से इन्टरनेट नहीं कर पाते हैं, तो आप अपने कस्टमर केयर से संपर्क करें..
एक अन्य विधि के तहत आप फोन से सिम निकालकर कुछ देर बाहर रख कर पुनः चलाने का प्रयास करें.

एयरटेल का gprs
एयरटेल का gprs कनेक्शन काफी सस्ता और मोबाइल users के लिए काफी उपयोगी है. monthly चार्ज ९८ रुपीस है आप २ gb तक इन्टरनेट इस्तेमाल कर सकते है जो की मोबाइल ग्राहकों के लिए काफी है.
इस service को enable करने के लिए
SMS “MO” (Withot Quotes) to 2567 [Toll Free].
कुछ ही मिनटों में आप मोबाइल ऑफिस settings sms द्वारा प्राप्त कर लेंगे.
“Airtel Live”
“Airtel GPRS” [Mobile office]
“Airtel MMS”
आपको इनको अपने मोबाइल में save करना होगा.
फिर gprs activate करने के लिए
अपने मोबाइल फ़ोन से *567# dial करेprofile managment सेटिंग
airtel के लिए
new profile slecet करें
static पर क्लिक करें
APN में airtelgprs.com टाइप करें
access number पर *99 # डालकर save करें default सेलेक्ट करें
फिर ok करें
अब आप connect कर



टाटा डोकोमो का इन्टरनेट इस्तेमाल करने के लिए
अपने मोबाइल के wright msg में जाकर
INTERNET टाइप करें और उसे 52270 पर भेज दें
आपको कुछ समय पश्चात एक इंटरनेट सेटिंग सन्देश प्राप्त होगा जो आपसे कोड मांगेगा
0000 कोड डालने के बाद सेटिंग सेव हो जाएगी कर लें
अब आप अपने मोबाइल स्वीच ऑफ करके स्वीच on कर लें
आप का मोबाइल इन्टरनेट इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैprofile managment सेटिंग
टाटा डोकोमो के लिए
new profile slecet करें
static पर क्लिक करें
APN में tata.docomo.internet टाइप करें
access number पर *99 # डालकर save करें default सेलेक्ट करें
फिर ok करें
अब आप connect करें


BSNL
profile managment सेटिंग
बीएसएनएल के लिए
new profile slecet करें
static पर क्लिक करें
APN में BSNLNET टाइप करें
access number पर *99 # डालकर save करें
default सेलेक्ट करें
फिर ok करें
अब आप connect करें

IDEA
profile managment सेटिंग
IDEA के लिए
new profile slecet करें
static पर क्लिक करें
APN में internet टाइप करें
access number पर *99 # डालकर save करें default सेलेक्ट करें
फिर ok करें
अब आप connect करें

Wednesday, March 23, 2011

क्या है ऑनलाइन सर्वे- आईये जानते हैं

!! क्या है ऑनलाइन सर्वे- आईये जानते हैं !!
घर बैठे काम की खोज करने वालों ने ऑनलाइन सर्वे करने के नाम पर पेमेंट करने वाली वेबसाइटों के बारे में देखा-सुना होगा। तो क्या आपने कभी सोचा कि ऑनलाइन सर्वे किस तरह काम करते हैं। मूलत: ऑनलाइन सर्वे में किसी वेबसाइट के साथ रजिस्ट्रेशन करना और उपभोक्ताओं के मध्य सर्वेक्षण का कार्य होता है। इस प्रक्रिया में आप पैसा कमाते हैं या नहीं, यह सर्वदा अलग विषय है।
यह अपने आप में कोई मुश्किल कार्य नहीं है। रजिस्ट्रेशन के समय आपको उपभोक्ताओं की पसंद और रुचियों संबंधी फॉर्म दिया जाता है। इसके बाद आपको किसी सर्वे से संबद्ध होने तक इंतजार करना होता है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या ऐसे सर्वेक्षणों के बाद भुगतान मिलता है? आम धारणा है कि बहुत कम पैसा ऑनलाइन सर्वे करने वाले तक पहुंचता है। इसलिए ऑनलाइन सर्वे करने वाली कंपनियों के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है।
कई कंपनियां ऑनलाइन सर्वे के प्वाइंट भी देती हैं। अक्सर इन प्वाइंट के आधार पर सर्वेक्षणकर्ता को पेमेंट की जाती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखना होगा कि जो कंपनियां ऑनलाइन सर्वे वेबसाइटों के लिए एडवांस में पैसा मांगती हैं, उनकी मौलिकता अक्सर संदेह के घेरे में होती है। इंटरनेट पर ऑनलाइन सर्वे के लिए जरूरी लोगों को खोजने वाले व्यावसायिक संगठनों की भरमार है। इसलिए कार्य से पहले ही पैसे की मांग करने वाली वेबसाइटों से सावधान रहना चाहिए।
इसके विपरीत, कई ऐसे व्यवसाय भी हैं जो ऑनलाइन सर्वे पूर्ण होने पर शर्तिया भुगतान करते हैं। उन तक संपर्क साधना बेशक कठिन होता है, और उनके जरिए होने वाली आय भी काफी नहीं होती। इसके बावजूद, यदि गहन शोध करें तो आप ऐसी किसी वेबसाइट से संपर्क साध सकते हैं।
ऑनलाइन सर्वे रोचक भी होते हैं। इनमें रोमांच, व्यापार, ईनाम और छोटे-मोटे खर्चे संबंधी सभी तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए यदि आप ऑनलाइन सर्वे को वैकल्पिक रोजगार के तौर पर अपनाने की सोच रहे हैं तो उससे जुड़ी कुछ बुनियादी को जान लेना जरूरी होता है।

ऑनलाइन सर्वे से सम्बंधित सवाल

यहाँ पे हम आपको ऑनलाइन सर्वे से संबधित उन सवालों का जबाब देंगे जो की आपके मन में उठाना बाजिब है और उन सवालो का जबाब जानना आपके लिए जरूरी भी है.
क्या वास्तव में मेरे द्वारा किये गए ऑनलाइन सर्वे के बदले में मुझे भुगतान किया जायेगा ?

जी हाँ, आपके द्वारा किये गए सर्वे के एवज में पूरी ईमानदारी से सर्वे कंपनियों द्वारा एक निश्चित समयावधि पर भुगतान किया जाता है . अत: आप बिना किसी संकोच के अधिक से अधिक सर्वे कंपनिया ज्वाइन कर सकते है और अधिक से अधिक सर्वे करके अपना बैंक बैलेंस बड़ा सकते है .

यहाँ भारत में, भारत की या भारत से बाहर की सर्वे कंपनियों द्वारा ऑनलाइन सर्वे के बदले भुगतान क्यों किया जायेगा ?


संसार भर में अनेको प्रकार के प्रोडक्ट को लौंच करने से पहले कंपनियों द्वारा यह जानकारी जुटाने का प्रयत्न किया जाता है की उनके द्वारा मार्केट में उतारे जाने वाला प्रोडक्ट मार्केट में कहा जगह रखता है, उनके प्रोडक्ट में क्या कमी है, या फिर और अच्छा ऐसे बनाया जा सकता है . इन सब बातो के बदले में ही उक्त सर्वे कंपनियों द्वारा आपको पेमेंट किया जाता है .
क्या वास्तव में मै ऑनलाइन सर्वे के द्वारा एक घंटे में 100 से 200 अमेरिकन डॉलर कमा सकता हूँ ?


नहीं, यह बिलकुल असत्य है, और सिर्फ भ्रमित करने और अपनी वेब साईट पर ज्यादा से ज्यादा लोगो को बेवकूफ बना कर उन से पैसा ऐठने के लिए यह प्रचार किया जाता है . अत: आप ऐसी किसी भी साईट पे ज्वाइन या भुगतान करने से पूर्व अपने पूर्ण विवेक से काम ले. आप ऑनलाइन सर्वे द्वारा केवल पार्ट टाइम इन्कम अर्जित कर सकते है और यह भी कम रोमांचक नहीं है .

किसी ऑनलाइन सर्वे कम्पनी को ज्वाइन करने के बदले में भुगतान करना पड़ेगा ?


नहीं, यदि आप किसी ऐसी साईट पे सर्फिंग कर रहे है जो ऑनलाइन सर्वे के एवज में किसी भी प्रकार के भुगतान के लिए कहती है तो आप किसी भी प्रकार के धोके में न आकर उस साईट को तुरंत अलविदा कह दे . वास्तविक सर्वे कंपनिया कभी भी जोइनिंग के एवज में किसी भी रूप में भुगतान के लिए प्रेरित नहीं करती है अपितु आपके द्वारा किये गए सर्वे के बदले में आपको ही भुगतान किया जाता है .

मुझे भुगतान किस रूप में प्राप्त होगा ?


सर्वे कंपनियों द्वारा आपके द्वारा किये गए सर्वे के एवज में मूल रूप से दो प्रकार भुगतान किया जाता है कैश पेमेंट चेक द्वारा या पे पल द्वारा और दूसरा गिफ्ट कार्ड या स्वीप टेक के रूप में. चेक आपके जोइनिंग के समय दिए गए पते पे भेजा जाता है अत: हमेशा एड्रेस सावधानी से भरे . पे पल से भेजा जाने वाला पेमेंट आपके इ-मेल एड्रेस पे भेजा जाताहै

शाही पनीर

पनीर को 2 इंच के टुकड़ों में काट लें। एक कड़ाही में आधा घी डालकर उसमें प्याज, अदरक, हरी मिर्च और मोटी इलायची डाल दें। 3-4 मिनट तक तलने के बाद उसमें टमाटर डालकर 7-8 मिनट के लिए ढककर रख दें। दही डालकर 5 मिनट तक पकाये, 1/2 कप पानी डालकर ठंडा होने दें। ग्राइंडर में डालकर बारीक पीस लें।
अब कड़ाही में बचा हुआ घी डालकर गरम करें अब इसमें ग्राइंडर में पिसी हुई ग्रेवी डाल दें, ग्रेवी को गाढ़ा होने तक पकाये। सर्व करने से पहले दूध और पनीर डालकर 3-4 मिनट तक पकाये हरे धनिये और कसे हुए पनीर से गार्निश करके सर्व करें।

सामग्री :
250 ग्राम पनीर, 3 टे.स्पून घी या मक्खन, 1 प्याज (लम्बी कटी हुई), 1/2 इंच का टुकड़ा अदरक, 2 हरी मिर्च, 4 टमाटर, 2 मोटी इलायची, 1/4 कप दही, 1/2 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टी स्पून गरम मसाला, नमक स्वादानुसार, 1/2 कप दूध, 2 टे.स्पून टॉमेटो सॉस।
गार्निश के लिए:
2 टे.स्पून कसा हुआ पनीर, 1 टे.स्पून बारीक कटा हरा धनिया।
कितने लोगों के लिए : 5

सेक्‍स अज्ञानता

जाबूझकर या अंजाने में किए गए कार्य का भी यौन हिंसा के दायरे में आ जाने की संभावना है। हाल के अध्‍ययनों से यह तथ्‍य उभरकर सामने अया है।

सेक्‍स अज्ञानता के कारण वैवाहिक बलात्‍कार और अन्‍य तरह के यौन हिंसा की भारत में प्रबल संभावना है। यौन मामलों में न केवल छोटे उम्र के युवाओं में वरन विवाहित व्‍यक्तियों में भी व्‍यापक तौर पर जानकारी का आभाव पाया गया है। परिणामस्‍वरूप जाबूझकर या अंजाने में किए गए कार्य का भी यौन हिंसा के दायरे में आ जाने की संभावना है। हाल के अध्‍ययनों से यह तथ्‍य उभरकर सामने अया है।

गैर सरकारी संस्‍था टार्शी जो आमलोगों को मुफ्त में सेक्‍स संबंधी सूचनाएं हेल्‍पलाइन के जरिए प्रदान करता है, इसका कहना है कि पिछले कुछ दिनों में इसने 59,000 पुरुषों के फोन कॉल्‍स प्राप्‍त किया है। इनलोगों ने सेक्‍स संबंधी ऐसे अनेक सवाल पूछे जिससे सेक्‍स अज्ञानता के बारे में सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। सवाल मुख्‍य रूप से महिलाओं की शारीरिक बनावट, अपनी पत्‍नी को कैसे संतुष्‍ट किया जाए, पहली रात में बेहतर सेक्‍स कैसे किया जाए आदि के संबंध में था। विशेषज्ञों के अनुसार यह यौन संबंधी अज्ञानता को दर्शाता है। संस्‍था के कार्यकारी निदेशक राधिका चांडीरमानी का कहना है कि सलाह पर अमल के उपरांत अनेक लोगों ने उनसे पुन: संपर्क करके आभार जताया कि संस्‍था ने उनको वैवाहिक बलात्‍कार जैसे कृत्‍य करने से बचाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका अदा की है।

चांडीरमानी कहती हैं,'जो डाटा हमें प्राप्‍त हुए हैं उसके अनुसार 70 फीसदी हिंदी बोलने वाले वैसे लोग थे जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम थी। जबकि 33 प्रतिशत लोगों का उम्र 15-24 वर्ष के बीच था। इसका सीधा मतलब यह हुआ की युवा लोगों को भी सेक्‍स संबंधी सकारात्‍मक सूचनाएं चाहिए जो उनके जीवन को आसान बना सके।' इसके साथ ही उनका यह भी कहना था कि चाहे वह युवा हो या उम्रदराज दोनों को यौन संबंधी सूचनाएं प्राप्‍त करने का पूर-पूरा अधिकार है। जिससे वे एक सुखद सफल सेक्‍स जीवन बिता सकें।

इनका आगे कहना है,'हमारे देश में शुरू से ही युवाओं को यह बताया जाता है कि सेक्‍स एक बुरी बला है, इसके बारे में किसी तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। बच्‍चों को आमतौर पर ऐसी हिदायतें दी जाती हैं जिससे वे यौन संबंधी किसी भी तरह की बातें करने से बचते हैं। युवाओं को इससे दूर रहने का सलाह दिया जाता है। ऐसे माहौल में यौन शिक्षा के बारे में बात करना भी मुश्किल हो जाता है। परिणामस्‍वरूप आमलोगों के बीच सेक्‍स के प्रति पर्याप्‍त अज्ञानता व्‍याप्‍त रहती है।'यौन शिक्षा पर उनका कहना था कि भारत में अनेक तरह की बातें इसको लेकर उठती रहती हैं जैसे यह अनैतिक है, बच्‍चों पर इसका बुरा असर होगा, संस्‍कृति विरुद्ध है आदि आदि। जबकि विश्‍व स्‍वास्‍थ संगठन इसपर कई बार अपनी चिंता जाहिर कर चुका है। इसी बात को ध्‍यान में रखते हुए हैदराबाद में 'मोर देन प्‍लेजर: न्‍यू इश्‍यूज इन अफर्मिंग सेक्‍सुअलिटि इन एशिया' विषय पर एशिया-प्रशांत के चौथे सम्‍मेलन का आयोजन संयुक्‍त राष्‍ट्र जनसंख्‍या निधि (UNPF) के तत्‍वावधान में किया गया। इसमें सेक्‍स और पुनरुत्‍पाद अधिकार पर विशेष बल दिया गया। इस सम्‍मेलन में यौन शिक्षा के अलावा पुनरुत्‍पाद अधिकार, लिंगानुपात में कमी, शारीरिक और यौन हिंसा आदि विषय पर भी विस्‍तार से विचार-विमर्श किया गया।

QUOTE OF THE DAY MARCH 23, 2011

What is STATUS ?


Spending money which we don't have, to buy things which we don't need, to impress people whom we don't know .... !!!!

The main difference between Attitude and Ego is that .......


ATTITUDE makes you to defer from others while EGO makes you alone from others.....

Tuesday, March 22, 2011

How to Make Chicken Biryani

Chicken Biryani

Serves four.

Preparation and cooking time: 10 minutes approx.

1 lb (450g) cooked chicken (page 52)
2 tablespoon vegetable oil
1 tablespoon cashew nuts finely chopped
1 tablespoon sultanas
4 cups pillau rice
4 cups curry sauce
1 teaspoon garam masala
1 teaspoon chilli powder (or to taste)
½ teaspoon salt

Divide each chicken piece into two smaller pieces and set
them aside.

Heat the oil in a pan. When hot, put the nuts into it and
stir around until they turn light golden in colour. Remove
with a slotted spoon and spread them out on a plate lined
with kitchen paper.

Drop the sultanas into the same hot oil. They will plump
up in a second or two. Remove immediately and put them on
the same plate as the nuts.

Now put the chicken pieces into the pan and stir. Turn
down the heat to very low.

Warm the rice for about two minutes in a microwave oven.
Add to the chicken.

Stir very gently to avoid breaking the grains. Heat for
two or three minutes tossing the rice and chicken rather
than stirring.

Put the rice and chicken in a serving dish and keep warm.

Pour the curry sauce into a clean pan and bring to a
simmer. Stir in the garam masala, chilli powder, and salt.

Pour the sauce into serving dishes, sprinkle the biryani
with the nuts and sultanas and serve.

How to Make Garam Masala

How to Make Garam Masala

This makes about three tablespoons.

1 tablespoon coriander seeds
1 tablespoon cummin
1 teaspoon green cardamoms
1 teaspoon cloves
1 teaspoon black peppercorns
2 sticks of cinnamon, approx two inches in length
2 bay leaves
½ small nutmeg
4 black cardamoms

Place all ingredients into an electric coffee grinder and
grind for one minute. Carefully remove lid and test by
rubbing a little of the mixture between forefinger and
thumb. Finely ground spices should not feel gritty. If
necessary, switch on the machine for another few seconds.

Put the garam masala into a small airtight container,
preferably made of glass or plastic, and label.

Role of Your Spouse in Personal Finance and Money Management Read more: http://www.techno360.in/role-of-your-spouse-in-personal-finance-and-money-man

In most of the Indian families, the personal finance is something which is not managed by the couples together. It is only one person who manages the personal finance and money management of the whole family. In most of the cases the male partners and in a very few cases the female partners mange personal finance. Only very rarely both of the partners together manage their personal finance aspects. What would be the outcome in an organisation where the purchase department works totally independent and without any understanding with the finance department of the organisation? Purchase dept may overspend; finance dept will lose control; misunderstanding and conflicts between both the depts; the result is the organization’s growth gets destroyed.

Similarly, if the personal finance is handled by only one partner, then there could be a lot of mismatch between you and your partner in saving and spending pattern. This will lead to misunderstanding and marital stress. Instead of having independent saving and spending plan, having an interdependent plan will help you in managing your money effectively and achieving your financial goals. You go out for dinner together. You go to the movie together. Why don’t you manage your personal finance together? This will build money compatibility for you and your spouse. Both of you can have a better relationship and understanding with each other.

Why it is so important?

You may wonder why personal finance should be managed by both of the partners. Here are some points to ponder over;

1) In case of Emergency:

Suppose the partner, who is managing personal finance, met with an accident and need to be hospitalized for one month or so, then how does the spouse will run the show? During the accident, if the partner has missed his wallet which had all the credit cards and debit cards then how does the spouse block those cards before it is misused? Where does she or he find that information? In case of emergency, nothing will help except the practice of managing the personal finance together.

2) Real Workable Budget:

When you alone prepare the budget for your family, then you can’t expect your spouse to spend according to the budget. If you prepare the budget along with your spouse, he or she will come forward to help you in saving more. You just try this. Involve your spouse in budgeting and monitoring the spending. You will see the spending coming down day by day and both of you will start spending consciously.

3) Combined Financial Goals:

It is better to identify the goals of your spouse as well as yours and check that is there any goal which is contradictory to the goal of your spouse. You may want to retire and settle in the same work city. But your spouse may want to settle in the native place. You may plan to buy a farm house to spend your leisure. But your spouse may be interested in spending her/his leisure at different places like hill stations and other tourism places. For this goal a time share slot with a resort provider may be suitable. So identifying and settling your difference of opinion regarding the financial goals at the blueprint level is much easier and cheaper, instead of doing it at the execution level.

Overcoming the barriers:

There are some barriers or objections in involving their spouse in managing personal finance. How to overcome that?

1) No Time:

My spouse is not having enough time to look at these things. ‘No time’ is a false excuse. If it is one of your priorities, then definitely it will somehow find its time. Only thing is you have not realized it as one of your priority. Personal finance is definitely a priority item for each and every family because it is going to secure your future.

2) Not interested:

My spouse is not interested in personal finance. Everyone is interested in their own future and their kid’s future. So logically everyone needs to be interested in personal finance. You need to motivate them and make them understand, how this personal finance management is important in achieving their life goals.

3) Doesn’t know:

My spouse doesn’t know about personal finance. No one has born in this world with the skills of money management. We all learned it here. So why don’t you educate him/her on personal finance. Money management is an important life skill. Everyone should know. You want your kids to manage the money better and wiser. Why don’t we educate our spouse first?

Overcoming the barriers in getting your spouse involved in personal finance management and getting them involved will be a life transforming exercise. Don’t miss it. Together you will be able to achieve your life goals easier and sooner.

The author is Ramalingam K, an MBA (Finance) and Certified Financial Planner. He is the Founder and Director of Holistic Investment Planners (www.holisticinvestment.in) a firm that offers Financial Planning and Wealth Management. He can be reached at ramalingam@holisticinvestment.in.

World Water Day

World Water Day has been observed on March 22 since 1993 when the United Nations General Assembly declared March 22 as World Day for Water

This day was first formally proposed in Agenda 21 of the 1992 United Nations Conference on Environment and Development (UNCED) in Rio de Janeiro, Brazil. Observance began in 1993 and has grown significantly ever since.

The UN and its member nations devote this day to implementing UN recommendations and promoting concrete activities within their countries regarding the world's water resources. Each year, one of various UN agencies involved in water issues takes the lead in promoting and coordinating international activities for World Water Day. Since its inception in 2003, UN-Water has been responsible for selecting the theme, messages and lead UN agency for the World Day for Water.

In addition to the UN member states, a number of NGOs promoting clean water and sustainable aquatic habitats have used World Day for Water as a time to focus public attention on the critical water issues of our era. Every three years since 1997, for instance, the World Water Council has drawn thousands to participate in its World Water Forum during the week of World Day for Water. Participating agencies and NGOs have highlighted issues such as a billion people being without access to safe water for drinking and the role of gender in family access to safe water. In 2003, 2006 and 2009, the UN World Water Development Report was launched on the occasion of the World Water Day. The fourth Report is expected to be released around March 22, 2012.

March 22, 2011 - World Water Day. Water for cities: responding to the urban challenge

website: http://worldwaterday.unwater.org/

Official World Water Day 2011 Event Celebrated in Cape Town, South Africa from 20-22 March 2011, at the Cape Town International Convenational Center.

QUOTE OF THE DAY

"You never get a person of your type in this world. Either you have to adjust or compromise....

Adjust when somone wants to be with you & compromise when you want to be with someone......

thats gives success and happiness....."

परमाणु ऊर्जा

परमाणु ऊर्जा पर निर्भरता – गलत या स

Mar, 17 '11 Subject: Japan earthquake, Viewed by: 14

जापान में आए भूकंप और सुनामी ने वहॉ के परमाणु रिएक्टरों की बुनियाद हिला कर दी. रेडिएशन का खतरा सर पर है. नागरिकों को विस्थापित कर सुरक्षित ठिकानों की ओर ले जाया जा रहा है. पूरी दुनियां इस दुर्घटना से होने वाले भयावह परिणाम के प्रति टकटकी लगाए देख रही है. अभी भी ये निश्चित नहीं हो रहा है कि कितना नुकसान होना है!

निश्चित रूप से ये दुर्घटना दुनियां को परमाणु ऊर्जा के प्रयोग पर नए सिरे से सोचने को विवश करती है. ऐसे देश जहॉ भूकंप और सुनामी के खतरे ज्यादा हैं वहॉ पर परमाणु ऊर्जा का विकल्प कितना सुरक्षित होगा ये वाकई अभी भी अनुसंधान का विषय है. अगर जापान की बात करें तो वहॉ की भौगोलिक परिस्थितियां इस बात की बिलकुल इजाजत नहीं देतीं कि वह किसी भी प्रकार का परमाणु रिएक्टर संचालित करे और परमाणु ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ाए लेकिन ये जापान की मजबूरी है कि यदि उसे अपनी अर्थव्यवस्था उन्नत बनाए रखनी है तो उसे प्रमाणु ऊर्जा का प्रयोग और भी अधिक बढ़ाना होगा. जापान सामान्य प्राकृतिक संसाधनों के मामले में एक गरीब देश है, ऐसे में ऊर्जा के अन्य विकल्प उसके लिए केवल मन बहलाव के साधन ही हो सकते हैं. जबकि विकास के लिए ढ़ेर सारी एनर्जी की जरूरत है. ऐसे में उसे अपनी ऊर्जा नीति को पुनः संरचित किए जाने की आवश्यकता होगी.

इसी परिप्रेक्ष्य में भारत की बात करें तो ऊर्जा के मामले में यहॉ की स्थिति संतोषजनक कही जा सकती है. प्राकृतिक संसाधनों से लदे पड़े भारत को वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के लिए ज्यादा मगजमारी करने की बजाय उनके विकास पर ध्यान देना चाहिए. हालांकि भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं के मामले में भारत की स्थिति जापान की तरह नहीं है और यहॉ पर किसी भूकंप या सुनामी के कारण परमाणु रिएक्टरों से रेडिएशन लीक होने की संभावना काफी कम है लेकिन एक बात हमेशा ध्यान में रखनी होगी कि जब जापान जैसा संसाधन संपन्न देश नाभिकीय सुरक्षा की उन्नत तकनीकें अपनाने के बावजूद असुरक्षित नजर आ रहा है तो भारत की क्या बिसात है.

इसलिए हमें भी परमाणु ऊर्जा के व्यापक प्रयोग की संभावनाएं तलाशने के साथ उसके सुरक्षित प्रयोग की जमीन तैयार करनी होगी. अभी भारत की नाभिकीय ऊर्जा से संबंधित नीति में सुरक्षा की बातें ज्यादा हैं लेकिन हकीकत के पैमाने पर वे कितनी अंजाम दी गयी हैं खुदा जाने.

ध्यान रहे परमाणुवीय विकिरण किसी देश की भौगोलिक सीमा का पालन नहीं करते और किसी भी देश में होने वाला रेडिएशन पूरी दुनियां के लिए खतरा बन सकता है जैसा अभी संकेत मिल रहा है. जापान में होने वाले रेडियोधर्मी उत्सर्जन का असर रूस और अमेरिका को दहला रहा है तो फिर क्यों नहीं वक्त रहते हम भी चेतें, इसी में सबकी भलाई है.

World Days Clender 2011

World Days in February 2011

04
World Cancer Day 2011
20
World Day of Social Justice 2011
21
International Mother Language Day 2011
22
World Thinking Day 2011

World Days in March 2011

06
National Donut Day 2011
08
International Womens Day 2011
24
World Tuberculosis Day 2011

World Days in April 2011

23
World Book and Copyright day 2011

World Days in May 2011

03
World Asthma Day 2011
12
International Nurses Day 2011
15
International Day of Families 2011
19
World Hepatitis Day 2011
22
International Day for Biological Diversity 2011

World Days in June 2011

01
International Childrens Day 2011
04
International Day of Innocent Children Victims of Aggression and World Naturist Day 2011
05
World Environment Day 2011
08
World Ocean Day 2011
19
World Sauntering Day 2011
20
World Refugee Day 2011
21
World Music Day 2011
23
International Olympic Day 2011
26
International Anti Drugs Day 2011

World Days in July 2011

07
International Day of Cooperatives

World Days in August 2011

12
International Youth Day
15
World Youth Day 2011

World Days in September 2011

08
International Literacy Day 2011
15
International Day of Democracy 2011 and World Lymphoma Awareness Day
22
World Maritime Day 2011
24
World Heart Day 2011

World Days in October 2011

01
World Vegetarian Day 2011
02
World Farm Animal Day 2011
03
World Habitat Day 2011
04
World Animal Day 2011 and UN World Space Week 2011
05
World Teachers Day 2011
07
International Day for Older Persons 2011
10
UN World Mental Health Day 2011
12
UN International Day for Natural Disaster Reduction 2011
13
World Sight Day 2011
15
World Handwashing Day 2011
16
UN World Food Day 2011
17
International Day For Eradication Of Poverty 2011
23
UN Disarmament Week 2010
24
World Development Information Day 2011

World Days in November 2011

14
World Diabetes Day 2011
16
International Day of Tolerance 2011
20
Universal Children Day 2011 and Africa Industrialization Day 2011
21
World Television Day 2011

World Days in December 2011

01
World Aids Day 2011
02
International Day for the Abolition of Slavery 2011
03
International Day of Disabled Persons 2011
07
International Civil Aviation Day 2011
09
International Anti Corruption Day 2011
10
Human Rights Day 2011
11
International Mountain Day 2011
18
International Migrants Day 2011