Monday, March 28, 2011

280 लाख करोड़ का सवाल है ...

280 लाख करोड़ का सवाल है ...
इंडिया भ्रस्ट्राचार सूचि में ८७, भारतीय गरीब है??????????????
"We are responsible for what we are, and whatever we wish ourselves to be, we have the power to make ourselves. If what we are now has been the result of our own past actions, it certainly follows that whatever we wish to be in future can be produced by our present actions; so we have to know how to act. "
लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा"*
ये कहना है स्विस बैंक केडाइरेक्टर का.
स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280
लाख करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है.
ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है.
या
यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है.
या
यूँ भी कह सकते है
कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है.
ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है.
ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60
साल तक ख़त्म ना हो.
यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है. जरा सोचिये ...
हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2011 तक जारी है.
इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है.
अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा.
मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है.
एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है.
यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा
करवाई गई है.
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है. सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ
है.
हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है.हाल ही में हुवे घोटालों का आप सभी को पता ही है -
CWG घोटाला, २ जी स्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श होउसिंग घोटाला ... और ना जाने कौन कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है ........
आप लोग जोक्स फॉरवर्ड करते ही हो. इसे भी इतना फॉरवर्ड करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... और एक आन्दोलन बन जाये ...

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पूर्ण** **किये** **जा** **सकते** **है**. **ये** **रकम**इतनी** **ज्यादा** **है** **कि** **अगर** **हर** **भारतीय** **को** 2000 **
रुपये** **हर** **महीने** **भी** **दिए** **जाये** **तो** 60**साल** **तक** **ख़त्म** **ना***



एक आम आदमी जाने कितनी मेहनत से पैसे कमा कर टेक्स पे करता हे पर हमारे देश के घोटालेबाज नेता उस टेक्स का दुरूपयोग करके सिर्फ अपनी जेब भरते हे.
देश की जनता से टेक्स उसे मुलभुत सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए लिया जाता हे पर वाही मुलभुत सुविधा पाने के लिए हमें एक बार फिर रिश्वत देनी पड़ती हे.
एक आम आदमी को सड़क पानी और बिजली जेसी मुलभुत सुविधाओ के लिए तरसना पड़ता हे.
हम टेक्स पे करते हे सड़क के लिए पर उसी सड़क पर चलने के लिए हमें फिर अलग से टोल टेक्स देना पड़ता हे क्योँ. ..? इससे तो अच्छा हे क्यों न सभी सुविधाओ
का निजीकारन कर दिया जाये और टेक्स बंद कर दिया जाये . 1700 हजार करोड का स्पेक्ट्रुम घोंटाला ,५०० करोड़ रस का कामन वेल्थ घोंटाला,और जाने कितने .? कभी कभी ऐसा नहीं लगता हर जगह सिर्फ आम आदमी ठगा जारहा हे. आज आम आदमी को जगाने की जरुरत हे .जरुरत हे मिस्र जेसी एक क्रांति की .
बेलगाम ब्रहशटाचार रिश्वतखोर होता नेता और अफसर बड़ती महंगाई आखिर कब तक कब जागेगे हम या इंतजार हे हमें और इससे भी बड़े कुछ घोंटाले
का इंतजार कर रहे हे हम . क्यों न हम सब मिल कर एक क्रांति का आगाज करे .

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